एचएम के पोस्टिंग होते ही प्रभार का विवाद पहुँचा सचिवालय
जिस विद्यालय में नवनियुक्त एचएम का पोस्टिंग किया गया है वैसे स्कूलों में असमंजस ज्यादातर उत्क्रमित स्कूलों में ही बढ़ा है विवाद, अफसरों की परिक्रमा शुरू कर दिए हैं पूर्व प्रभारी
सारण प्रमंडल में एचएम के पोस्टिंग के बाद छपरा में प्रभार का विवाद शुरू हो गया है। वर्ग 1 से 12 वीं तक संचालित होने वाले उत्क्रमित स्कूलों में असमंजस की स्थिति बनी है। ज्यादातर उत्क्रमित स्कूलों में ही विवाद बढ़ा है। पूर्व प्रभारी व वर्तमान नव नियुक्त एचएम प्रखंड से लेकर जिले के अफसरों की परिक्रमा शुरू कर दिए हैं। जिले में 4 दर्जन से अधिक उत्क्रमित होकर मध्य से उच्च माध्यमिक विद्यालय बने हैं। हाल में ही बीपीएससी से बहाल हुए एचएम की स्कूलों में पोस्टिंग हुई है। नवनियुक्त बीपीएससी प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर हुई है। पोस्टिंग के साथ ही अधिकतर स्कूलों में तनातनी की स्थिति है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक को ज्ञापन
ज्ञापन में कहा गया है कि उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों के बेहतर प्रबन्ध के लिए पहली से बारहवीं कक्षा तक के लिए एक नियंत्री पदाधिकारी का नियंत्रण आवश्यक है। प्रभार संबंधी स्पष्ट आदेश निर्गत न होने की वजह से स्कूलों में गुटबंदी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। इस बाबत नवनियुक्त प्रधानाध्यापकों द्वारा माध्यमिक शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भी दिया गया है। ज्ञापन में कहा गया है कि नवनियुक्त प्रधानाध्यापकों को विद्यालय में प्रभार संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कहीं पहली से बारहवीं कक्षा तक का सम्पूर्ण प्रभार दिया जा रहा है,तो कही नौंवी से बारहवीं तक का ही दिया गया। इससे स्कूल में द्वंद्व की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।
सारण प्रमंडल के 30 माध्यमिक विद्यालयों को स्थाई प्रधानाध्यापक मिल गए हैं। प्रमंडल के माध्यमिक विद्यालयों में नवसृजित प्रधानाध्यापकों की रिक्ति के विरुद्ध 30 प्रधानाध्यापकों की पोस्टिंग क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने कर दी है। आवंटित विद्यालयों में नवनियुक्त प्रधानाध्यापकों को योगदान करने के लिए उन्हें आरडीडीई कार्यालय से विरमित कर दिया गया है। छपरा ,सीवान और गोपालगंज के 30 प्रधानाध्यापक शामिल हैं।